जिसे आप नॉरमल फीवर समझ रहे हैं कहीं वह वायरल फीवर तो नहीं ?
जिसे आप नॉरमल फीवर समझ रहे हैं कहीं वह वायरल फीवर तो नहीं इन लक्षणों से समझे वायरल या बैक्टीरिया इंफेक्शन।
मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव की वजह से वायरल फीवर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है इन लक्षणों को नजर अंदाज न करें। बैक्टीरियल इनफेक्शन बैक्टीरिया की वजह से होता है जबकि वायरल इन्फेक्शन का कारण वायरस होते है। बैक्टीरिया और वायरस में अंतर होता है बैक्टीरिया एकल कोशिकाएं है जो शरीर के अंदर और बाहर अपने आप को जीवित रख सकते हैं, जबकि वायरस व्यक्ति की स्वस्थ कोशिकाओं के अंदर प्रवेश करके अपने आप को संख्या मे बढ़कर संक्रमण को पैदा करता है । यह जानना मुश्किल हो सकता है कि संक्रमण का कारण क्या है क्योंकि वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण के लक्षण सामान हो सकते हैं।
● वायरल फीवर के लक्षण (Symptoms of viral fever.)
•मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
•सर दर्द और थकान
•गले में खराश
•नाक बहना
•शरीर का तापमान 104 डिग्री तक जाना
•चेहरे में सूजन
•डिहाइड्रेशन
• ठंड लगना
•आंखों का लाल होना
•त्वचा पर लाल चकत्ते होना
• उल्टी
•जी मिचलाना
•कब्ज
● एक जीवाणु संक्रमण के लक्षण (Symptoms of Bacterial infection.)
•बुखार
•सर दर्द
•उल्टी
•दस्त
•थकान महसूस करना
•आंखों में दर्द या सूजन
•गर्दन या कमर में दर्द सूजन
● वायरल फीवर का निदान और इलाज
वायरल फीवर के लक्षणों को देखकर इसका पता लगाना मुश्किल होता है यही वजह है कि आपको कुछ ब्लड टेस्ट के लिए कहा जा सकता है वायरस की पहचान के लिए डॉक्टर किसी व्यक्ति के रक्त की जांच की सलाह दें है जांच से डॉक्टर को विभिन्न रोगों जैसे डेंगू ,मलेरिया ,चिकनगुनिया टाइफाइड आदि के करणो का पता चलता है । लक्षणों की गंभीरता के हिसाब से आपका इलाज किया जाता है, डॉक्टर आमतौर पर वायरल फीवर के लक्षण को कम करने और तापमान को कम करने के लिए दवाई देते हैं ।
● वायरल फीवर कितने दिन तक रह सकता है।
वायरल फीवर आपको लगभग एक सप्ताह तक रह सकता है या 10 दिन भी हो सकते हैं यह आपकी प्रतीक्षा प्रणाली पर निर्भर करता है। इसलिए अपना संपूर्ण इलाज और देखभाल करें।
● वायरल फीवर के लिए घरेलू उपाय।
1-पानी और अन्य तरल पदार्थ का अधिक से अधिक सेवन करें।
2-कमरे का तापमान ठंडा रखें ।
3-ठंडे या गर्म पानी से नहाने की बजाय हल्के गुनगुने पानी से नहाए ।
4-पर्याप्त मात्रा में आराम करें ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करने से तापमान बढ़ सकता है।
5-फीवर के कारण आपकी भूख कम हो सकती है इम्युनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी से भरपूर चीजों का सेवन करें।
● बैक्टीरियल इंफेक्शन होने के कारण
बैक्टीरिया हर जगह पाए जाते हैं आपको आमतौर पर बैक्टीरियल इनफेक्शन तब होता है जब बैक्टीरिया आपके मुंह आपके नाक आपकी आंखें आपकी त्वचा में से किसी घाव के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश करते हैं कभी-कभी बैक्टीरिया जो सामान्य रूप से आपकी त्वचा पर आपके शरीर पर रहते हैं और फिर भी उन जगहों पर पहुंच जाते हैं जहां उन्हें नहीं जाना चाहिए । कभी आपको दूषित पानी ,थोड़ा सा खराब या कच्चा भोजन या फिर जब आप प्रदूषित वातावरण के संपर्क में आते हैं तो कुछ बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं यह उनके लिए ज्यादा घातक हो सकता है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो ।
अगर आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा तो फिर आपके ऊपर किसी भी बैक्टीरिया का असर बहुत कम होगा जिन सामान्य तरीकों से आप बैक्टीरियल इंफेक्शन के संपर्क में आते हैं उनमें प्रमुख यह है
•दूषित भोजन या पानी के द्वारा
•डेयरी उत्पादों के द्वारा
•एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग से जो अच्छे बैक्टीरिया को मार सकता है।
• किसी अन्य के जरिए जैसे खांसी या किसी मरीज के पास जाने से ।
•खराब पानी के फेफड़ों में जाने से।
•दूषित गंदगी जैसे मिट्टी के द्वारा ।
•एक संक्रमित मच्छर के काटने से।
● बैक्टीरिया इन्फेक्शन का बचाओ और उपचार
बहुत से ऐसे बैक्टीरिया इन्फेक्शन होते हैं जिनका इलाज करने की आवश्यकता नहीं होती वह अपने आप ठीक हो जाते हैं लेकिन जब भी उपचार की जरूरत होती है तो हेल्थ केयर प्रोवाइडर आपको एंटीबायोटिक दावों का उपयोग करने के लिए कहते हैं ।
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